गुरुवार, 16 अक्तूबर 2008

आत्महत्या और युवा

आत्म हत्या आजकल एक फैशन बनता जा रहा है , ऐसे लोग जो अपनी परेशानियों को झेल नही सकते वे बिना कुछ सोंचे -समझे इस और अपने कदम बढ़ा देते हैं । किसी समय में लोगों को इतनी परेशानियाँ झेलनी पड़ती थी पर वे उनसे घबराते नही थे पर आजकल न जाने हमारे युवाओं को क्या होता जा रहा है .......... युवा तो जोशीले और गर्म खून के नाम से जाने जाते हैं परन्तु आज कल हर अख़बार में रोज ये ही देखने और पढने को मिलता है की किसी स्कूल के छात्र ने फ़ैल होने के कारण आत्म हत्या कर ली तो किसी ने किसी के कुछ कहने से बुरा मानने के कारण अपने प्राणों को गवा दिया है ,कही किसी को उसकी प्रेमिका या प्रेमी ने प्रेम प्रस्ताव ठुकरा दिया तो कही आर्थिक तंगी के कारण किसी ने अपनी जान देदी । अगर हमारे देश के युवा ही ऐसे करेंगे तो देश के भविष्य का क्या होगा और किसी को भी बना बनाया रास्ता तो नही मिल जाता सबको अपना रास्ता ख़ुद ही बनाना पड़ता है इसलिए हमे उनसेसे डरे बिना उनसे सिख ले कर आगे बढ़ना चाहिए न की प्रेषण होकर अपने अमूल्य जीवन को खतम करना चाहिए ।

1 टिप्पणी:

Unknown ने कहा…

ye hui na koi baat.achchhi post hai aapki