मंगलवार, 11 नवंबर 2008

स्त्री शिक्षा और समस्या

लड़कियों के लिए आज के समय में शिक्षा जितनी जरुरी है उतना ही उसके लिए शिक्षा के केन्द्रों में पहुचना मुश्किल है , सुबह या तो बसे इतनी भरी हुई होती हैं की ड्राईवर बस रोकता ही नही है और अगर बस रोक भी लेता है तो उस बस में सफर इतना मुश्किल होता है की पूछिए मत , और जो बसों में कुछ अ - सामाजिक तत्वों द्वारा हरकते की जाती हैं वो अलग , एक लड़की के लिए इसे में शिक्षा प्राप्त करना सच में बहुत मुश्किल है ,डी टी सी को इस बारे में कुछ धयान देना चाहिए लेकिन वो तो अपने रोने ख़ुद ही रोने लगती है ,चलिए देखते हैं ये सिलसिला कब तक जरी रहता है ........

3 टिप्‍पणियां:

makrand ने कहा…

bilkul sahi kaha

RAJIV MAHESHWARI ने कहा…

गाव और देहात में तो और बुरी हालत है.लड़किया स्कूल तक नही जापाती

ab inconvenienti ने कहा…

सरकार चलाने वालों को वोट भी तो शायद भीड़ से परेशान जनता और लड़कियों के माँ बाप और रिश्तेदार ही देते हैं. तो वही इस बदइन्तेजामी के लिए जिम्मेदार हुए.